टॉप 5 साउथ इंडियन सस्पेंस थ्रिलर मूवीज|Best South Indian Thriller Movies dubbed in Hindi|न्यू साउथ इंडियन मूवी |
कोरोना वायरस से बचाव के चलते लोग घर में बंद हो गए हैं। ऐसे में लोग अलग- अलग फिल्में और वेब सीरीज देखना पसंद कर रहे हैं। वहीं अगर आपको साउथ इंडियन फिल्में पसंद हैं तो हम आपको कुछ फिल्मों के नाम बताने जा रहे हैं। क्योंकि साउथ की फिल्मों में सस्पेंस थ्रिलर का एक अलग ही रूप देखने को मिलता है। तो चलिए आपको बताते हैं टॉप फाइव (पांच) साउथ इंडियन सस्पेंस थ्रिलर फिल्मों के नाम.
विक्रम वेधा नाम सुनते ही आपके मन में सबसे पहले विक्रम बेताल की कहानी याद आती है, जिसमे राजा विक्रमादित्य कैसे बेताल को अपनी पीठ पर लादकर ले जाता है. बेताल कहता है कि राजा मैं तुझे एक कहानी सुनाऊंगा, और अंत में एक सवाल करूंगा. अगर तू बोला तो मैं वापिस पेड़ पर चला जाऊँगा और गलत जवाब पर तेरे सिर के टुकड़े कर दूँगा. बेताल कहानी सुनकर विक्रम से एक सवाल करता है, राजा जवाब दे देता तो बेताल वापिस पेड़ पर जा लटक जाता है. राजा फिर उसको लेकर आता फिर एक कहानी, फिर एक सवाल, हर सवाल का राजा दे देता जवाब.बस ये सिलसिला यूँ ही चलता रहता है.
अब मूवी पर आते हैं, पुलिस कि टीम एक एनकाउंटर किया होता है जिसमें विक्रम के हाथों वेधा का भाई अनजाने में मारा जाता है.यहां विक्रम एक बहादुर और ईमानदार पुलिस ऑफिसर हैं और वेधा एक अपराधी. विक्रम वेधा को अरेस्ट करता है, वेधा विक्रम को कहानी सुनाता है और फिर सवाल करता है कि कहानी में क्या सही है और क्या गलत,कैसे वेधा एक अपराधी बना. विक्रम के जवाब देते ही वेधा चला जाता है और फिर विक्रम उसे ले आता है और फिर वेधा कि कहानी शुरू. कैसे वेधा कि कहानियां विक्रम के जीवन को बदल देती हैं और कैसे एनकाउंटर कि सारी सच्चाई विक्रम के सामने ले आती है.
यह कहानी वर्ष 1995 से 2005 तक की है. हाईवे पर डकैती और एक श्रृंखला शुरु हो जाती है. जिसमे डकैत हाईवे प्रकार का रहने वाले लोगों को बुरी तरह मार कर उन्हें लूट लेते हैं. डकैती और हत्याओं के पीछे के रहस्य को सुलझाने का काम थेरन को सौंपा गया है. पर उसके पास फिंगर प्रिंट के अलावा कोrगई सबूत नहीं है जो किसी से भी मैच नहीं होते हैं. यह मूवी तमिलनाडु पुलिस विभाग के "ऑपरेशन बावरिया" पर आधारित है.थेरन डकैती और हत्याओं के पैटर्न के आधार पर श्रृंखला को डिकोड करने की कोशिश करता है. उन घटनाओं के पीछे कौन है? थेरन और उसकी टीम ने उनका पता कैसे लगाया? क्या वे सफल हुए?
फिल्म एक हॉरर-थ्रिलर रोलर कोस्टर है. जहाँ निर्देशक धीरे-धीरे आपको कुख्यात डकैती गिरोह कि डरावनी और रोमांच से भरी दुनिया में ले जाता है.
'थानी ओरुवन' की कहानी हीरो और विलन के बीच चूहे और बिल्ली के बीच की रोमांचक खेल जैसी है. हीरो एक IPS ऑफिसर है जिसका एक मात्र लक्ष्य है समाज से बुराई को ख़त्म करना. न्यूज पेपर कि क्राइम स्टोरी कि सुर्खियां कैसे बनती है, कौन बनाता है और उसके पीछे का क्या उद्देश्य रहता है. इस तरह की न्यूज को विश्लेषण कर वो एक दुश्मन चुनता है और ये दुश्मन एक बहुत बड़ा फार्मा
बिज़नसमैन है जो एक बहुत बड़े क्राइम नेटवर्क का मास्टरमाइंड है. कैसे हीरो विलेन के बीच माइंड गेम्स शुरु होता है. विलेन जहां पूरे देश में एक बहुत बड़ी हस्ती हैं वहां कैसे हीरो सब के सामने उसकी असलीयत ले कर आता है.
व्यक्तिगत रूप से मुझे यह मूवी बहुत जादा पसंद है. मूवी आपको एक मिनट के लिए भी बोर नहीं होने देगी.
फिल्म एक थ्रिलर है जिसमें एक NRI का मर्डर हो जाता है और पुलिस को हत्यारे कि फोटो मिलती है जिसमें साफ - साफ हत्यारे का चेहरा देखाई दे रहा है. पुलिस जब हत्यारे को पकड़ती है पर एक चेहरे के दो लोग मिल जाते हैं जिसमें एक हत्यारा है और एक निर्दोष. पुलिस को अब कुछ समझ नहीं आता कि दोनों मे हत्यारे का पता कैसे लगाए. पुलिस को पूछताछ के दौरान दोनों के बारे में कुछ जानकारी मिलती है. क्या जानकारियों से केस सुलझा पाएगी? दोनों मे से हत्यारा कौन हैं?
मूवी आपको अंत तक अपनी जगह से हिलने नहीं देगी. आप सोचते रह जायेगे, अंत आपको चौका देगा.
इस मूवी के बारे में अपने बहुत सी तारीफ सुनी होगी. अपने कितनी भी साउथ इंडियन मूवीज कि लिस्ट देखी होगी सभी मे इस मूवी का नाम ज़रूर मिला होगा. लोगों की मानों तो यह अभी तक की सबसे अच्छी सस्पेंस थ्रिलर मूवी हैं.
कहानी यह है कि स्कूल कि लड़किया गायब हो रहीं हैं और गायब होने के कुछ दिनों बाद उनकी बुरी तरह हत्या हो रही है. हा आप सही समझे सीरिअल किलर की कहानी है जो ल़डकियों को किडनैप कर एक गिफ्ट बॉक्स छोड़ जाता है. एक पुलिस वाला जो फ़िल्मों का डायरेक्टर बनना चाहता था पर जब नहीं बन पाता है तो पुलिस ऑफिसर बन जाता है. कैसे वो हॉलीवुड मूवीज कि कहानियों से यह केस सुलझाने की कोशिश करता है. क्या वो सीरिअल किलर तक पहुंच पाता है? क्या कारण है उसके सीरिअल किलर बनने का?
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